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देश की राजधानी के बड़े हॉस्पिटल एलएनजेपी हॉस्पिटल की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है यहां पर करोना के जो पेशेंट है उनकी देखभाल करने के लिए कोई भी नहीं है ना ही वार्डबॉय हैं ना ही नर्सें है, और डॉक्टर भी उनको देखने के लिए नहीं आ रहे हैं।
कोविड-19 वर्ड वर्ड की हालत इतनी बुरी है कि वहां पर पेशेंट बेड के ऊपर भी है और उसी बेड के नीचे लाश भी पड़ी है। एलएनजेपी हॉस्पिटल में कोविड-19 पेशेंट के लिए ना ही खाने की व्यवस्था है ना ही उनके पीने की व्यवस्था है।
इस हॉस्पिटल में एक अशोक नाम के पेशेंट एडमिट थे उनको हफ्ते भर पहले एडमिट किया गया था हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से उनको अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक उनकी बेटी ने बताया कि उनके " पापा उनको फोन पर बता रहे थे कि उनकी कोई देखभाल नहीं हो रही है उनको ऑक्सीजन की जरूरत है और उनको ऑक्सीजन नहीं दी जा रही है उन्होंने यह भी कहा था कि मैं यहां पर मर जाऊंगा बेटी मुझे बचा लो मुझे यहां से ले चलो" पर उनकी बेटी को लगा कि वह शायद डर गए हैं घबरा गए है इसलिए ऐसा कह रहे हो,
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बेटी ने उनसे कहा कि आप हिम्मत रखिए आप बिल्कुल ठीक हो जाएंगे पर ऐसा हुआ नहीं। हॉस्पिटल की इतनी बड़ी लापरवाही की वजह से उनकी मौत हो गई।
एलएनजेपी हॉस्पिटल में वार्ड नंबर 28, 29, 31 कोविड-19 patient के लिए बनाए गए हैं इसमें डॉक्टर तीन-तीन दिन तक उनका चेकअप करने नहीं आ रहे हैं इन वार्ड में हालत इतनी बुरी है कि बेड के ऊपर पेशेंट है और नीचे लाश रखी गई है जिन कोविड-19 पेशेंट को ऑक्सीजन की जरूरत होती है उनको दिन में तीन टाइम ऑक्सीजन देने की जरूरत होती है पर इस हॉस्पिटल में उनको यह सब नहीं मिल रहा है इस वजह से एक पेशेंट की जान गई है और इस हॉस्पिटल में अभी 751 कोविड-19 पेशेंट और हैं अब पता नहीं उन पेशेंट का क्या होगा।
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